पितृ दोष क्या है क्यों लग जाता है किसी को पितृ दोष जिसकी वजह से जीवन में व्यक्ति को कई तरह की कठिनाइयों का सामना करना होता है। दरअसल दोष का संबंध व्यक्ति के पूर्वजन्म से माना जाता है। कहते हैं जिस व्यक्ति ने पूर्वजन्म में अपने पिता, गुरुजनों का निरादर किया है। किसी सर्प की हत्या की है उनकी कुंडली में पितृदोष निर्मित होता है जो व्यक्ति को पूर्वजन्म के कर्मों का दंड देने के लिए होता है। आइए दोस्तों जानते हैं कि किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष होता है तो क्या परेशानी आती है। कैसे इस दोष के प्रभाव को कम कर सकते हैं। किसी व्यक्ति की कुंडली में पितृदोष है तो इसे कैसे जान सकते हैं। ज्योतिष शास्त्र में कुंडली के नवम भाव को पूर्वजों का स्थान और सूर्य को पूर्वजों का कारक ग्रह कहा गया है। किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य के क्रूर ग्रहों के साथ स्थित होने से या फिर क्रर ग्रहों के प्रभाव में होने से यह पितृ दोष लगता है। इसके अलावा कुंडली के नवम भाव यानी कुंडली के नवम घर पर क्रूर ग्रहों का अधिक प्रभाव रहता है तो पितृदोष कहलाता है। दोस्तों एक बात गौर करने की है कि, पितृदोष का प्रभाव सभी लोगों के लिए एक जैसा नहीं होता है, हर व्यक्ति की कुंडली में यह अलग-अलग तरह से प्रभाव डालता है।
from राशिफल - वीडियो - Navbharat Times https://ift.tt/3o3oJ8V
No comments:
Post a Comment